आपके दौर में सो गया है खुदा या किसी और को रब बनाया गया। आपके दौर में सो गया है खुदा या किसी और को रब बनाया गया।
इस ज़माने से मिरे रिश्ते अलग हैं थोड़े से लोग देते हैं दगा तो मुस्कुरा देता हूं मैं। इस ज़माने से मिरे रिश्ते अलग हैं थोड़े से लोग देते हैं दगा तो मुस्कुरा देता ह...
जिसकी आँखों में बस मोहब्बत हो बंदगी उसकी करके देखेंगे जिसकी आँखों में बस मोहब्बत हो बंदगी उसकी करके देखेंगे
एक ग़ज़ल...। एक ग़ज़ल...।